Rohit RJ Jonatra July 31, 2015 at 5:45 am रंग थे, नूर था! जब करीब तू था एक जन्नत सा था, ये जहां! वक़्त की रेत पे कुछ मेरे नाम सा! लिख के छोड़ गया तू कहाँ!
रंग थे, नूर था! जब करीब तू था
एक जन्नत सा था, ये जहां!
वक़्त की रेत पे कुछ मेरे नाम सा!
लिख के छोड़ गया तू कहाँ!